डॉ. दीपक सैनी ने अमेरिका बढ़ाया मरूधरा का मान

डॉ. दीपक सैनी ने अमेरिका बढ़ाया मरूधरा का मान

कोटा। राजस्थान मूल के निवासी डॉ. दीपक सैनी 14 मार्च को अमेरिका जाएंगे तथा वहां ए.ए.ओ.एस. की वार्षिक सेमीनार में दुनिया के हजारों अस्थि रोग विशेषज्ञों के मध्य अपने नवीनतम जटिल सफल ऑपरेशन की जानकारी दी। डॉ. दीपक, जो अहमदाबाद स्थित सेल्बी चिकित्सालय में वरिष्ठ अस्थि रोग एवं ज्वांइट रिप्लेसमेंट के परम विशेषज्ञ हैं, ने हाल ही में एक महिला के जटिल अस्थि ज्वांइट रोग में छह माह पूर्व किसी अन्य अस्पताल में किए गए केस को रि-ओपन किया उन्होंने महिला के सफलतपूर्वक किए गए ऑपरेशन की विफ्लता के कारण का पता लगाकर फिर से सम्पूर्ण घुटनों के बदलाव ( टोटल नी-रिप्लेसमेंट ) का ऑपरेशन किया। उन्होंने बताया कि इसके साथ्ज्ञ ही वह रीड की हड्डी के ट्यूमर से भी पीड़ित थी। ऑपरेशन के बाद महिला एकदम स्वस्थ है।

डॉ. दीपक का यह सफलतापूर्वक किया गया जटिल ऑपरेशन का केस अमेरिकन अकेडमी ऑफ आर्थोपेडिक सर्जन, यूएसए द्वारा अस्थि रोग चिकित्सा के क्षेत्र में नई उपलब्धि के रूप में स्वीकार किया गया है और उन्हें इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी दुनिया के हजारों अस्थि रोग सर्जनों को देने के लिए अमेरिका आमंत्रित किया गया था। डॉ. दीपक एएओएस के रजिस्टर्ड सदस्य नहीं होने से उनका रजिस्ट्रेशन भी संस्था द्वारा करवाया गया। यह सेमीनार अमेरिका के राज्य केलिफोर्निया के शहर सेनडियागो में आयोजित हुई।

डॉ. दीपक सैनी का जन्म राजस्थान झुंझुनूं जिले के खेतड़ी में 2 नवम्बर, 1981 को श्री.बी.एल. सैनी के परिवार में हुआ। आपके पिता समाजसेवी हैं तथा राजनीति में सक्रिय होने से 15 साल तक सरपंच रहे। आपका विवाह वर्ष 2006 में दिल्ली की मोनिका से हुआ।

आपने चिकित्सा विाान में मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस कर बीकानेर मेडिकल कॉलेज से अस्थि रोग ( आर्थो ) में एम.एस. की डिग्री प्राप्त की। आपने एसएमएस मेडिकल कॉलेज , जयपुर से 2004-05 में इंटर्नशिप कर ‘‘फ्रैक्चर ऑफ हैण्ड बोन्स ट्रीटेड’ विषय पर अपनी थीसींस पूरी की। वर्तमान में आप जयपुर में रह रहे हैं तथा यहां पर सेल्बी अस्पताल के आउटडोर सेंटर को भी संभाल रहे हैं, जहां ये स्वयं जोड़ों के ऑपरेशन करते हैं।

डॉ. सैनी ने जनवरी, 2005 से जून, 2005 तक जूनियर रेजीडेंट आर्थोपेडिक्स के रूप में धनवन्तरी हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में तथा माहेश्वरी हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, जैसलमेर में आर्थोपेडिक्स के मुख्य सलाहकार के रूप में 2009 से जून, 2010 तक सेवाएं दी। इसके बाद से अब तक ये सेल्बी चिकित्सालय, अहमदाबाद में सेवाएं प्रदान कर रहे है।

डॉ. सैनी घुटनों एवं कूल्हों के जोड़ को प्रत्यारोपित करने, फ्रैक्चर मैनेजमेंट, आर्थोस्कोपी एवं मैनेजमेंट ऑफ पोलीट्रोमा ऑपरेशन के मामलों में परम विशेषज्ञता और पर्याप्त अनुभव रखते है।

डॉ. सैनी ने अकेले अब तक करीब 1000 से अधिक इमरजेंसी ऑपरेशन तथा 400 से अधिक डीएचएस, डीसीएस, इंटरलॉक नेलिन ( टीआईबीआईए. फ्यूमर, ह्मूमरस ) के सर्जिकल ऑपरेशन सफलता पूर्वक किए। साथ ही 300 टीएचआर, 5 हजार नी-रिप्लेसमेंट तथा 60 से अधिक पुनः नी-रिप्लेसमेंट ट्रांसप्लांट ऑपरेशन एकल रूप से किए हैं। अकादमिक गतिविधियों में डॉ. सैनी निरंतर सक्रिय रहते हैं। इन्होंने वर्ष 2012 में ‘कॉम्प्लेक्स नी आर्थोप्लास्टी’ तथा ‘रिवीजन हिप ज्वाइंट रिप्लेसमेंट’ पर आयोजित वर्कशॉप में भाग लिया। इन्होंने ओर्थोप्लासी सेशन इन आर्थोट्रेंड्स 2004 में नेशनल फैकल्ट्री के रूप में प्रतिनिधित्व कर ‘टीकेआर इन पोस्ट ट्रियोमेटिक नी’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। सेल्बी हॉस्पिटल में भी डीएनबी आर्थोपेडिक संकाय में भी सक्रिय हैं।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका