श्रीमती अल्का सैनी

श्रीमती अल्का सैनी

वास्तुविद्, ज्योतिशाचार्य, नारी शक्ति की श्रेष्ठता का जीवन्त उदाहरण, समाज की राष्ट्रीय महिला अध्यक्षा

माली सैनी समाज की श्रीमती अलका सैनी समाज की प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्षा जो स्त्री को कामयाबी समाज जनों के अवरोधों को पार करके, प्रतिकूल हालातों में समाज में अपना स्थान बनाना आसान नहीं होता। इस मिथक को तोड़ा है, हमारे समाज की अलका सैनी ने आज के समाज सेवा में क्रमषः आप सन् 2003 से महात्मा ज्योति बा फूले राष्ट्रीय जागृति मंच राजस्थान तथा सावित्री बाई फूले राष्ट्रीस जागृति मंच से जुड़कर अपने समाजसेवा के सफर को लायंस क्लब के साथ मिलकर सर्व समाजसेवा को अपने जीवन में आत्मसात किया।

एक महिला होने के नाते वो जानती है कि जोड़ना क्या है, वह सजृन करती है, वह जानती है टूटना क्या है तभी उनके सृजन जरूरतमंद व्यक्ति के अस्तित्व का अधार है। आपने महिलाओं को उनकी भूमिका, उनका समोत्थान आर्थिक ओर पारीवारिक स्तर को बेहतर करने के लिए सक्रिय प्रयास किये है। अलका सैनी पिछड़े वर्ग के जरूरतमंदो तक पहुंची क्योकि वे स्वयं इस पिछड़े वर्ग का दर्द समझती है। पिछड़े वर्ग की महिलाओं व बच्चियों के लिए हमेशा संस्कृति की आड़ में अदृष्य बेडियां रची। अलका सेनी ने पूरे देश में घूम कर महिलाओं को उनकी स्वतंत्रता, संस्कारों के साथ खुद को कैसे साबित करना है यह समझाया।

संस्कारों से सुंस्कृत, सहृदय कर्मठ होकर हर जरूरतमंद तक पहुंची जिसमें प्रमुखता से:-

वृद्धाश्रम में जरूरतमंद को हर सामग्री पहुंचाई, वाटर कूलर पंखे लगाए।

मूक बघिर बच्चों की उचित शिक्षा हो, उनकी फीस की व्यवस्था से लेकर भवन में साउण्ड प्रूफ कमरा बना सहयोग दिया, जिससे उनकी स्पीच थैरपी प्रेक्टिस अच्छे से हो सके।

विकलांग भाई – बहनों को ट्रायसाईकिल, विज्ञापन साईकिल, उनके विवाह हेतु सहयोग, उनके रिष्तों के लिए सहयोग प्रदान किया।

नेत्रहिन स्कूलों में ब्रेनलिपी कागज, खाली कैसट तथा बच्चों की स्कूल फीस की व्यवस्था में सहयोग दिया।

अनाथ आश्रम में बच्चों के बीच 15 अगस्त, 26 जनवरी और रक्षाबंधन, दिवाली त्यौहार मनाया और उनकी सारी जरूरत की सामग्री समय समय पर प्रदान की। हर जगह पीड़ित मानव के लिए हर संभव प्रयास एवं पिछड़े समाज को आगे समाज की मुख्यधारा में चलने का हौसला दिया है ओर समझाया कि पिछड़े वर्ग को आगे लाने के लिए हमें लम्बी उड़ान भरनी है।

पिछड़े वर्ग की महिलाओं के साथ एक दूसरे की खुली मुट्ठी को थामा। पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए जमीन तैयार की, तमाम कमियों के बावजूद पहले से अब हालातों को सुधारा है आगे भी सुधारने के लिए प्रयत्न कर रही है। यहीं नहीं पिछड़े वर्ग के सभी वर्ग अब हमारे साथ हो रहे है क्योंकि पिछड़े वर्ग को अपनी शक्ति का अहसास हो गया है ओर अब सभी अपने छोटे छोटे मदभेद भुला कार्य करने के लिए साथ हो लिए है जिससे पिछड़े वर्ग की दुनियां बदल रही है। समाज सेवा के क्षेत्र मे स्वच्छ पारदर्शी  व्यक्तित्व, समाज के हर वर्ग के लिए बेहद, सहज, सरल व्यवहारपूर्वक कार्यशैली अपनाई है। आज के समय में तेजी से दौड़ते भागते जमाने में किसी को भी दूसरे की आवाज सुनाई नहीं पड़ती ओर पिछड़े वर्ग को तो बहुत मुष्किलों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सभी के लिए प्रयास किए जिसमें सभी के बच्चों को ऐसी शिक्षा मिले जिसमें उनके अधिकार, निर्णय एवं भावना का ख्याल रहे। आपने समाज सेवा को साधन नहीं साध्य के रूप में स्वीकारा है। माली सैनी समाज के हर जरूरतमंदों के प्रति सेवा, भावना लेकर चत रही है।

उन्होंने बताया कि वो पूरे देश में, हर प्रांत में सामाजिक संगठन में कार्य करते हुए स्वयं को भाग्यशाली मानती है कि मुझे ईश्वर ने यह मौका दिया है कि मैं समाज से जुड़े हर पहलू पर कार्य करके आना योगदान दे संकू। साथ ही समाज में व्याप्त दहेज दानव प्रथा को समाप्त करने हेतु दृढ़ संकल्पित हूं। माली सैनी समाज के हर व्यक्ति को अपने नाम के साथ माली सैनी लगाने का सुझाव दे रहे है जिससे हमारी पहचान हो हमें हमारी आबादी के अनुपात में राजनैतिक सामाजिक भागीदारी मिले। इसी कड़ी में लगभग 15 वर्षो से विभिन्न प्रातों में महात्मा ज्योति बा फूले माता सावित्री बाई फूले के विचारों एवं आदर्शो को अपने जीवन का लक्ष्य बनाकर सामाजिक जीवन में स्वजाति बंधुओं को जिसमें अनेक समूहों में यानी अलग अलग शखाओं में जैसे माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य, हार्डिया, सागरवंशी माली, मराठी माली, गुजराती रामी माली, फूल माली, रेड्डी सहित अनेकों गौत्रों से पहचाने जाने वाले समाज को एक मंच पर लाने का कार्य प्रमुखता से कर रही है।

आपने माली समाज में स्नेह मिलन, सम्मान समारोह और महिलाओं के जनजगारण के हेतु अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन प्रमुखता से कर सामाजिक चेतना और जागृति को प्रत्यारोपित किया, माली समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों, क्रप्रथाओं तथा पुरानी मान्यताओं के प्रति लोगों को आगाह किया। महिलाओं तथा बच्चियों की शिक्षा के लिए लोगों को प्रेरित किया। पिछड़े वर्ग की सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास के विचारों को सुदृढ़ करने हेतु समाज को संगठित होने के लिए विशेष  प्रयास कर रही है। यहीं नहीं समाज की महिलाओं को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए पूरे देश में विशेष  तौर पर राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश में महिलाओं को जिला अध्यक्ष, प्रांताध्यक्ष तथा प्रदेश अध्यक्ष तोर पर नियुक्त करके माली समाज के संगठनों को मजबूती प्रदान की। महिलाओं में सामाजिक, शैक्षणिक तथा राजनैतिक चेतना का विकास किया है।

महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करने पर अलका सैनी को सावित्री बाई फूले पुरस्कार, सेवा मनिषी पुरस्कार, रेखा गांधी पुरस्कार, श्रेष्ठ सेवा कार्य मर्हिषी अवार्ड, लायंस मनिषी आवार्ड, सेवा रत्न तथा अन्य अनेकों अर्वाडों से सम्मानित किया है। आपने विभिन्न सामाजिक संगठनों तथा अनेकों स्कूलों के कार्यक्रमों में समाज सेवा तथा बच्चों को मार्गदर्शित किया है। प्रदेश तथा देश की लगभग 15 सामाजिक संस्थाओं में पदाधिकारी तथा सदस्य के रूप में सामाजिक सेवा कर रही है विशेष तोर पर पिछड़ा वर्ग की संस्थाओं में कार्य करने का आपको अनुभव है।

3 जनवरी 2005 में नीमच में राष्ट्रीय स्तर का माता सावित्री बाई फूले जागृति मंच के तत्वावधान में अधिवेशन करया जिसमें देश भर से समाज के सभी वर्गो ने हजारों की संख्या में भाग लिया। 10 मार्च, 2005 को रामलीला मैदान में पिछड़े वर्ग को साथ लेकर माली समाज की समता परिषद् संगठन के साथ समाज के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ छगनराव भुलबल के नेतृत्व में आयोजि महारैली में सहयोग प्रदान किया था जिसमें देश भर से लाखों लोग उपस्थित हुए थे तथा अनेकों राजनीतिक दलों के अध्यक्षों ने समाज के संगठनों को साथ देने की बात कही थी।

इसके अलावा 10 मार्च, 2006 को जयपुर में समाज तथा पिछड़े वर्ग की रैली के आयोजन में भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। व 3 जनवरी, 2015 को रामलीला मैदान, नई दिल्ली में माली समाज व पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित रैली में समाज को विकास की राह दिखाई।

सामाजिक संगठनों द्वारा सम्मान पत्र :

  • वर्ष 2005 में माली समाज द्वारा महात्मा ज्योतिबा फूले राष्ट्रीय जागृति मंच, जयपुर द्वारा उल्लेखनीय समाज सेवा हेतु उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए प्रषस्ति पत्र।
  • वर्ष 2008 में राज्य संत भय्यूजी महाराज द्वारा नागरिक जागरूकता सम्मान पत्र।
  • वर्ष 2009 में माली मित्र विभूषण मुंबई।
  • वर्ष 2012-13 में रेखा गांधी सम्मान पत्र सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं तथा बालिकाओं के लिए सामाजिक जागरूकता कार्य करने हेतु।
  • वर्ष 2012-13 में पिछड़ा वर्ग इंदौर म.प्रदेश द्वारा सावित्री बाई फूले सम्मान पत्र।
  • वर्ष 2013-14 में मुस्कान ग्रुप द्वारा अवार्ड सेवा मुस्कान
  • वर्ष 2017 में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा रामजी महाजन सेवा अवार्ड साथ में 1लाख रूपये नकद पुरस्कार ( जिसे समाजसेवा हेतु दान कर किया )।

लायंस क्लब द्वारा सम्मान पत्र :

  • वर्ष 2006 में में लायंस एक्सिलेंट सर्विस अवार्ड।
  • वर्ष 2007 में सर्वश्रेष्ठ लायंस चेयरपर्सन का अवार्ड।
  • वर्ष 2008 में लायंस लीडरशिप  और सेवा कार्य अवार्ड
  • वर्ष 2008 में सर्वश्रेष्ठ लायंस चेयरपर्सन शिक्षाकार्य अवार्ड।
  • वर्ष 2009 लायंस सर्वश्रेष्ठ सेवा तथा सर्वश्रेष्ठ सेवा कार्य अवार्ड।
  • वर्ष 2010 लायंस इंटरनेशनल द्वारा मेलविन जोन्स फेलोशिप द्वारा नेत्रहिनों के लिए कार्य करने पर सम्मानित।
  • वर्ष 2010 में लायंस एक्सिलेंट सर्विस मेम्बरशिप ग्रोथ निचली बस्तियों में सेवा कार्य करने पर।
  • वर्ष 2010 में लायंस क्लब इंटरनेशनल द्वारा भास्कर पत्र समूह द्वारा सेवारत्न अवार्ड
  • वर्ष 2014 में लायंस क्लब द्वारा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिए सेवा अवार्ड।
  • वर्ष 2015 में लायंस सेवा मनिषी अवार्ड।

राजनीतिक पृष्ठभूमि :

  • सन् 2004 से स्वदेशी जागरण मंत्र के कार्यकर्ता, शहर प्रमुख, इंदौर संभाग प्रमुख तथा वर्तमान में उज्जैन संभाग प्रमुख के पद पर कार्य कर रही है। स्वदेशी जागरण मंच के सभी कार्य जिसमें जन आंदोलन, स्वदेशी वस्तु के प्रति जागरूकता अभियान तथा विभिन्न सामाजिक विषयों पर बैठकों का आयोजन करना सम्मलित है। स्वदेश जागरण मंच के द्वारा सभी राज्यों की बैठकों तथा आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की।
  • सन् 2005 से भाजपा द्वारा आयोजित वार्ड तथा शहर के कार्य में भागीदारी निभा रही है। पार्टी द्वारा समय समय पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में अपनी सक्रिय भूमिका पार्टी कार्यकर्ता के रूप में निर्वहन किया है जिसमें प्रमुख रूप से नगर पालिका निगम द्वारा शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र में वृक्षारोपण तथा स्वच्छ भारत अभियान में सक्रियता।

सामाजिक पृष्ठभूमि :

  • वर्ष 2000 से माली समाज में शहर महिला अध्यक्ष के रूप में समाज सेवा प्रारंभ की।
  • वर्ष 2005 में माली समाज के प्रथम महिला प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए माली समाज की लगभग 18 शाखाओं को एकजूट होकर कार्य करने तथा संगठित होने के लिए प्रेरित किया।
  • 28 फरवरी, 2012 में माली सैनी समाज की प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्षा ( महिला विंग ) के रूप में मनोनीत हुई। माली समाज की महिलाओं को सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रियता से आगे लाने का कार्य किया, उन्हें अपने अधिकारों के प्रति तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, उन्हें आत्मविश्वास हेतु मंच प्रदान किये। महिलाओं के लिए सामाजिक, धार्मिक विचर गोष्ठियों का आयोजन किया तथा शिक्षाहेतु विशेष प्रयास किए।
  • इंदौर के सभी सामाजिक संगठनों के साथ जुड़कर विभिन्न स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया।
  • वृद्धाश्रम, मूक बघिर संस्थान, अनाथ आश्रम, विकलांग कल्याण संघ, नेत्रहीन संगठनों, कर्मशैली जनजागरूकता संगठन, संत सांवता माली संगठन, जयपुर फुलेरा माली समाज, संयुक्त माली समाज, नावावंषी माली समाज, मौर्य समाज, कुशवाह समाज, मारवाड़ी माली समाज, गुजराती रामी समाज, रेड्डी समाज को संगठित कर एक ही झण्डे के नीचे लाने का प्रयास।
  • सरकारी प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेकर बच्चों को शिक्षाके प्रति जागरूक करना तथा उन्हें उचित सुविधाऐं जैसे कॉपी-किताब, युनिफार्म, स्कूल बैग आदि उपलब्ध कराना।
मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका