उत्कृष्ठ समाजसेवी समाज गौरव प्रतापसिंह गहलोत

उत्कृष्ठ समाजसेवी समाज गौरव प्रतापसिंह गहलोत

कर्तव्यनिष्ठ बैंक अधिकारी एवं उत्कृष्ठ समाजसेवी समाज गौरव प्रतापसिंह गहलोत समाज के हजारों युवक युवतियों को बैंक मे नौकरी दिलाने के लिए बैंकिंग क्लासेज बहु प्रतियोगी प्रषिक्षण संस्थान (BPPS) के संस्थापक

श्रद्वेय बाबूजी चतुर्भुज गहलोत के सुपौत्र पुत्र गुलाब सिंह एवं श्रीमती विद्यादेवी के जयेष्ठ पुत्र के रूप में प्रताप सिंह गहलोत का जन्म 7 अगस्त, 1943 को पैतृक हवेली नागोरियों का बास जोधपुर में हुआ। आपने प्रारंभिक शिक्षा ग्रामीण परिवेश में ग्राम पालड़ी शिवगंज से, मेट्रिक की परीक्षा श्री सुमेर हाई स्कूल से1959 में तत्पश्चात 1967 में बी.ए. की परीक्षा जोधपुर विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की।

1966 में भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी प्राप्त करके 1978 में आप को बैंक अधिकारी की पदोन्नाति मिल जाने पर आपने जोधपुर की विभिन्ना शाखाओं में कार्य किया। आप बाड़मेर, जालोर, रानी शाखाओं में भिन्ना भिन्ना गरिमामय पदों पर ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर 2001 में भारतीय स्टेट बैंक से करीब 36 वर्ष कार्य कर सेवानिवृत हुए। सेवा काल में बैंक अधिकारी की जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए आपने भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ, जयपुर आंचल के क्षेत्रिय सचिव, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी महासंघ राजस्थान के प्रदेश संगठन एवं प्रदेश उपाध्यक्ष पदों पर रहते हुए अधिकारियों के सम्मान तथा अधिकारों के लिए दीर्घकाल तक संघर्ष किया।

आापने सेवाकाल के दौरान विभिन्ना बैंकों में स्वजाति युवक-युवतियों को रोजगार दिलाने के लिए प्रशिक्षण कक्षाओं के कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार कर 5 मई 1985 को श्री सुमेर स्कूल उ. मा. विद्यालय में प्रथम प्रयास के रूप में प्रशिक्षण कक्षाओं का आयोजन आरंभ किया। आपके अथक प्रयासों से बहु प्रतियोगी प्रशिक्षण संस्थान रूप अंकुरित पौधा आज वटवृक्ष का रूप धारण कर सका। इसी के फलस्वरूप आजतक समाज के होनहार, युवक युवतियों का विभिन्ना बैंकों में हजारों की संख्या में चयन संभव हो सका।

बैंक काल में अधिकारियों के आवास हेतु एवं उनके बच्चों की शिक्षा सुविधा हेतु सार्वजनिक स्कूल के लिए भूमि न्यूनत्तम राशि पर आंबटित करवाकर आपने शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य करवायें। श्री वैदिक कन्या पाठशाला में सावित्री बाई फूले महिला महाविद्यालय की स्थापना में भी आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। आपने इस संस्था के कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर भी कार्य किया। बाद में आप इस संस्था के व्यवस्थापक पद पर भी रहे। आप सैनिक क्षत्रिय प्याऊ एवं शिक्षा प्रचार संघ तथा माली कर्मचारी कल्याण परिषद् के भी सचिव रहे। आप लायन्स क्लब, उम्मेद क्लब, सवर सुधा, जोधपुर फिल्म सोसाइटी के भी सदस्य थे। इसके साथ ही आप समाज की विभिन्ना संस्थाओं यथा माली संस्थान, उम्मेद कन्या पाठशाला समिति, सुमेर स्कूल, भूतर्पूव छात्र संगठन, महात्मा ज्योति बा फूले सेवा संस्थान आदि के आजीवन सदस्य भी रहे।

आपकी सेवाओं से प्रभावित होकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आपको भारत सेवा संस्थान में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्रदान करते हुए वहां प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारियों के प्रभारी की जिम्मेदारी प्रदान की जिसमें रोजना सैकड़ों स्टूडेंट्स प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करते है तथा सैकड़ों प्रशासनिक अधिकारी भी बनें है। समाज सेवार्थ स्वजातीय युवक युवतियों के रोजगार हेतु उत्कृष्ट सेवाएं देने हेतु दिनांक 1 सितबंर 1991 को माली कर्मचारी कल्याण परिषद् के तत्वावधान में हुए समारोह में आपका अभिनंदन अशोक गहलोत द्वारा किया गया। 13 जुलाई 1996 को स्व सेठ श्री शिवराम सिंह गहलोत की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर आपका सम्मान राजेन्द्र गहलोत विधायक द्वारा किया गया।1995 में राजस्थान प्रदेश माली सेनी महासभा के पुष्कर सम्मेलन में आपका सम्मान अशोक गहलोत एवं ओ. पी. सैनी आई.ए.एस. द्वारा किया गया। इसके अलावा आपका फालना, बाड़मेर, बालोतरा सहित अनेकों सामाजिक सम्मेलनों में सम्मान किया गया। जोधपुर स्टेडियम गोराधायं के दिवस पर भी आपका समान माननीय न्यायधीश कानसिंह परिहार द्वारा किया गया था। आपका विवाह श्रीमती मीना गहलोत पुत्री ठे. पृथ्वीसिंह रामलाल कच्छवाहा के साथ हुआ आपके परिवार में एक पुत्र अभिषेक एवं पुत्री संघमित्रा है।

प्रताप सिंह गहलोत आकस्मिक निधन दिनांक 18 सितबंर 2020 को हुआ। आपके निधन पर समाज की विभिन्ना सामाजिक संस्थाओं ने श्रद्वाजंलि अर्पित की। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोबाइल से परिजनों से बात कर शोक संतृप्त परिवार को ढ़ाढस बंधाया और दिवगंत आत्मा को चिर शांति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने प्रताप सिंह गहलोत के निधन पर दुख जताते हुए उनके उत्कृष्ट कार्यो का उल्लेख किया और उनके द्वारा समाज के हजारों युवक युवतियों को बैंकिंग क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए किए प्रयासों को याद किया।

माली समाज के वरिष्ठ व्यक्तित्व परम आदरणीय श्री प्रतापसिंह जी गहलोत का देवलोक गमन होना समाज के अपूर्णीय क्षति हैं, जिसकों भर पाना असंभव हैं। आप ही के सार्थक प्रयासों व दूरदृष्टि से बहु प्रतियोगी प्रशिक्षण संस्थान, महामंदिर के माध्यम से समाज के हजारों युवाओ को बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार मिला हैं, इसी संस्थान से अभिप्रेरित पूरे भारत वर्ष में समाज के अनेकों संस्थान समाज के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की उत्कृष्ट तैयारी करवा कर रोजगार उन्मुख करवा रहे हैं। आपकी अन्यन्य सोच, दिव्य दृष्टि व आपके द्वारा किये गए अनुकरणीय कार्य हमेशा अमर रहेंगे । माली सैनी संदेश परिवार ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करता हैं।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका