सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान, जोधपुर धर्मशाला रामदेवरा, जिला जैसलमेर

सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान जोधपुर को एक प्लॉट 100 फीट बाई 100 फीट का श्री मोतीराम जी घनश्याम जी साँखला, सूरसागर व श्री बाबूलाल, चुन्नीलाल जी गहलोत मनारी बाड़ी सूरसागर, जोधपुर ने खरीद कर दिनांक 23.07.1990 को समाज की धर्मशाला के निर्माण हेतु भेंट किया।

इस धर्मशाला के भवन का शिलान्यास दिनांक 10.10.1990 को हुआ। इस धर्मशाला में 23 कमरें व 4 हॉल 1 रसोईघर, 1 मन्दिर, प्याऊ, बरण्डा, 10 शौचालय व 7 स्नानघर दानदाताओं के सहयोग से बनाये गये।

भवन का उद्घाटन श्री राजेन्द्रकुमार गहलोत, अध्यक्ष सूरसागर माली समाज ,जोधपुर ( पूर्व मेयर ) द्वारा दिनांक 17.09.1991 को समारोह आयोजित कर किया गया। समारोह की अध्यक्षता श्री ब्रह्मसिंह जी परिहार, तत्कालीन अध्यक्ष माली संस्थान, जोधपुर ने की थी। उस समय इस धर्मशाला के प्रथम अध्यक्ष श्री मोतीराम जी साँखला एवं प्रथम सचिव श्री किशोरसिंह सांखला रहे तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री रामस्वरूप साँखला, भवाला बेरा मण्डोर, उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल गहलोत, कोषाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश साँखला, उप कोषाध्यक्ष श्री छंवरलाल गहलोत मनोनीत किये गये।

इस धर्मशाला के अलावा रामदेवरा में निम्न प्लॉट संस्था द्वारा प्राप्त किये गये :

  • प्लॉट नं. 2 जो 50 फीट बाई 50 फीट का है, जिसको श्री पुसाराम, श्रीराणाराम, श्री अचलूराम, श्री मिश्रीलाल व सीताराम कच्छवाहा ने अपनी माता श्रीमती नवली बाई धर्मपत्नी श्री प्रताप जी सूरजबेरा, सूरसागर की पुण्य स्मृति में समाज को सन् 1997 में भेंट किया।
  • प्लॉट नं. 3 जो 50 फीट बाई 60 फीट का है, जिसको संस्थान द्वारा दिनांक 18.08.1992 को खरीदा गया।
  • प्लॉट नं. 4 जो 50 फीट बाई 60 फीट का है, जिसको श्री खीयांराम माली, पोकरण से दिनांक 18.08.1992 को खरीदा गया। इस प्लॉट पर तीन कमरे, एक रसोईघर, एक स्नानघर, शौचालय बनवाया गया है।
  • प्लॉट नं. 5 जो 60 फीट बाई 50 फीट का है, जिसको संस्थान द्वारा दिनांक 10.04.1997 को खरीदा गया।
  • प्लॉट नं. 6 जो 50 फीट बाई 60 फीट का है, जिसको संस्थान ने 91000/- रूपये में दिनांक 17.08.1992 को खरीदा गया। जिस में 10 कमरे अटेच लेटरीन बाथरूम बनाये गये हैं। इस धर्मशाला में बड़ा व खुला चैक व सभी प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। संस्थान की आजीवन सदस्यता शुल्क 11,000 रूपये है।
मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका