पाली-माली समाज भवन एवं शिक्षण संस्थान

झालरवा बावड़ी एवं उसके साथ 10 से अधिक जमीन है। जिसके साथ सतियों के थान आदि सम्मिलित है। यह जमीन श्री पन्नालाल परिहार पुत्र श्री शिवजीराम एवं श्री अचलाराम पुत्र श्री लिखमाजी परिहार, श्री धन्नाजी परिहार पुत्र श्री लछाजी परिहार आदि के पूर्वजों को डौली धारन हक के रूप में दी गई थी। इस स्थान पर इनके परिवार के सदस्य देख रेख कर रहे थे। पाली के कुछ लोगों ने इस जमीन पर अतिक्रमण करने का पूरा प्रयास किया, परन्तु माली समाज के लम्बे संघर्ष एवं सतियों के थान में पाली माली समाज का पूर्ण विश्वास के सामने विफल रहे। क्योंकि डौली धारण के राजस्व अधिकार में संशोधन कर इस परिवार के सभी सदस्यों को खातेदारी हक मिल गया था। सभी खातेदारों ने इस भूमि की व्यवस्था का दायित्व सन् 1984 में माली समाज पाली को सौप दिया। माली समाज पाली ने इसकी सुचारू व्यवस्था बनाये रखी। समाज के 3 कमरे साथ में एक साल एवं एक कुंआ खुदवाया। बाद में जमीन को समतल कर चारों और परकोटा बनाया।

पाली एवं अन्य जिलों के हजारों समाज बन्धुओं के समारोहों में दिनांक 21.01.1996 को पाली समाज सभा भवन एवं शिक्षण संस्थान की नीव श्री अशोक गहलोत जी, तत्कालीन सांसद, जोधपुर ने रखी। पाली माली समाज के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं दानदाताओं के सहयोग से इसका निर्माण करवाया गया। इस भव्य एवं ऐतिहासिक सभा भवन का उद्घाटन दिनांक 31.10.2004 को माननीय श्री अशोक गहलोत जी, महासचिव राष्ट्रीय कांग्रेस एवं पूर्व मुख्यमन्त्री राजस्थान के कर कमलों से समाज द्वारा आयोजित भव्य समारोह में किया ।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका