जोधपुर की सुनिता भाटी ने केबीसी में जीते 50 लाख

जोधपुर की सुनिता भाटी ने केबीसी में जीते 50 लाख

कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर जोधपुर की सुनीता भाटी शो में 50 लाख जीती। सुनीता 21 साल से शो में भाग लेने के लिए प्रयास कर रही थीं। आरएएस में चयनित, बैंक के एग्जाम में क्लियर होने वाली सुनीता ने सेवा के लिए नर्स का पेशा चुना। महामंदिर निवासी सुनीता पेशे से नर्स ग्रेड द्वितीय पद पर रेलवे हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। पति सुमित भाटी मार्केटिंग और ट्रेडिंग का काम करते हैं। सुनीता ने बताया कि बचपन उनका साधारण परिवार में बीता। पिता बस ड्राइवर थे, पर उनकी नॉलेज ने आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित किया। केबीसी वर्ष 2000 से ही देख रही हूं और प्रयास किए कि कभी बिग बी के सामने हॉट सीट पर बैठूं। लगातार प्रयास करने के बाद आखिरकार इस बार मई में मेरा सलेक्शन हुआ। फस्र्ट लेवल पार किया। इसके बाद आगे के राउंड क्लियर करते हुए 13 सितंबर को मुंबई में शो की शूटिंग हुई। सुनीता ने बताया कि बिग बी के सामने बैठना सपना सच होने के समान है। क्योंकि आज तक टीवी पर देखा है। यह बात मैंने अमिताभ बच्चन को बताई भी है। उन्होंने कहा कि पीहर व ससुराल वाले बिग बी के फैन हैं।

उन्होंने कहा कि 2017 में लोन लेकर मकान बनाया था। उसकी किस्त चुकाने के लिए केबीसी में जाने का सपना था। कई परीक्षा पास कर चुकी हैं सुनीता नर्स ग्रेड द्वितीय से पहले सुनीता ने कई कंपीटीशन एग्जाम दिए हैं, क्लियर भी हुई। बैंकिंग के दो एग्जाम दे चुकी हैं। साथ ही साथ 2012 में आरएएस में चयन हो चुका था और को- ऑपरेटिव इंस्पेक्टर जॉब मिला। पर ट्रांसफर जॉब होने के कारण जॉइन नहीं किया। उन्होंने जीएनएम, बीएससी की स्टडी की हुई है। सुनीता के एक बेटी है। रिश्तेदारों व पड़ोस में खुशी का माहौल सुनीता ने बताया कि जब वे केबीसी से लौटीं और सब को पता चला कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है तो सब सेलिब्रेट करने लगे। परिवार में, ससुराल में, पीहर में, सोसायटी में सब खुश हुए। सुनीता ने बताया कि पहला राउंड खास नहीं है, क्योंकि उसमें कंप्यूटर रेंडमली सलेक्ट करता है। पर उसके बाद के राउंड में नॉलेज की जरूरत होती है। इसलिए बेहतर है कि हम कुछ ना कुछ पढ़ते रहें। टीवी भी देखें तो नॉलेज देने वाली सामग्री देखें। माली सैनी समाज सेवा संस्थान द्वारा सुनीता भाटी का बहुमान किया गया।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका