माली संस्थान, नैनूराम अचल स्मृति भवन

महामन्दिर चैराहा, जोधपुर

जोधपुर के माली (सैनी) समाज की यह सर्वोच्च केन्द्रीय संस्था 1 जुलाई 1972 (पंजीकरण 55/72-73) को स्थापित की गई। जिसका कार्यक्षेत्र मारवाड़ के सातों जिलों-जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोली एवं नागौर तक फैला हुआ है। इसके हजारों की संख्या में पंजीकृत आजीवन सदस्य है जिनके सहयोग से लोकतांत्रिक प्रणाली से निर्वाचन होकर संस्थान का संचालन होता है। मारवाड़ माली समाज की विभिन्न संस्थाओं को समाहित कर उसमें स्थित सम्पतियों का रख-रखाव एवं विकास करना इसका प्रमुख उद्देश्य हैं। उसकी के अनुसार करोड़ो रूपये की सम्पत्ति का स्वामित्व माली संस्थान को प्राप्त है। इसके माध्यम से सामाजिक उत्थान के उद्देश्यों की पूर्ति व लक्ष्य की प्राप्ती की जा रही है।

इस संस्थान के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:-

  1. संस्थान द्वारा समाज की विधवाओं, निराश्रितों एवं विकलांगों को आर्थिक सहायता एवं मासिक पेंशन 300/- रूपये तक।
  2. समाज के प्रतिभावान् छात्र-छात्राओं को उनकी आर्थिक स्थिति अनुसार छात्रवृति तथा पदम एवं प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित करना।
  3. सम्बन्धित सभी शिक्षण संस्थाओं को आवश्यकतानुसार अनुदान एवं ऋण देना।
  4. व्यावसायिक एवं बहुप्रतियोगी प्रशिक्षण हेतु कोचिंग कक्षाओं के संचालन में अनुदान व बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलवाने में सहयोग करना। इस हेतु भवन निर्माण एवं छात्रावास की स्थापना।
  5. समाज के गरीब, गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को ऑपरेशन, इलाज हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करना।
  6. रक्तदान एवं देहदान के विभिन्न कैम्प लगाकर समाज के लोगो को मानवीय सेवा हेतु प्रेरित कर दुर्घटना अथवा अपरिहार्य संकट के समय समाज के लोगों को सहायता प्रदान करना।
  7. समाज के सम्मेलनों का आयोजन, सांस्कृति कार्यक्रम, खेल-कूद प्रतियोगिता एवं समाज के प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान करना।
  8. मारवाड़ स्थित समाज की विभिन्न संस्थाओं का रख-रखाव एवं संचालन में सहयोग एवं नवीन भूमि का अधिग्रहण कर समाज हित में विस्तार करना।
  9. रीति-रिवाजों में युगानुकूल परिवर्तन हेतु प्रयास करना।
  10. समाज के सभी वर्गों की आर्थिक उन्नति हेतु परामर्श देना।
  11. मारवाड़ के बाहर रहने वाले स्वजाति बन्धुओं व अन्य व्यक्तियों अथवा उनके संगठनों अथवा सरकार से सम्पर्क व सम्बन्ध स्थापित कर उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सहयोग व सहायता का आदान-प्रदान करना।
  12. विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण हेतु सूचना पत्रों आदि का प्रकाशन और स्वजाति के गौरवामय इतिहास का संकलन व प्रकाशन करना।

माली समाज की सम्पति –

संस्थान के गठन के पश्चात् निम्न संस्थाओं को समाहित अथवा अधिग्रहण किया गया –

  1. सुमेर उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर, महामन्दिर, जोधपुर।
  2. सुमेर स्कूल स्थित भाटी मेमोरियल हॉल ।
  3. सुमेर स्कूल प्रांगण स्थित माली समाज धर्मशाला एवं प्याऊ।
  4. सुमेर स्कूल प्रांगण स्थित दुकानें।
  5. रामबाग, कागा स्थित सम्पति।
  6. नैनूराम अचल स्मृति भवन, महामन्दिर स्थित स्कूल परिसर सम्पति एवं दुकाने।
  7. कीर्ति नगर, मगरा-पूंजला स्थित भूमि एवं भवन।
  8. वैदिक कन्या पाठशाला परिसर, बागर।
  9. कचहरी रोड़ स्थित प्याऊ एवं भवन।
  10. आरोग्य भवन धर्मशाला, एम्स जोधपुर
मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका