डॉ. अरूणा अंचल (सैनी)

डॉ. अरूणा अंचल (सैनी)

समाज में कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो फर्श से अर्श तक का सफर बड़ी तनमन्यता से पूरा करती हैं। समाज में ऐसी नारियों को जहां पूरा सम्मान मिलता है वहीं आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा भी लेती है। ऐसी ही एक नारी हैं बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता एवं कबीर अनुभूति सेवा समिति की निदेशक डॉ. अरूणा अंचल।

डॉ. अरूणा अंचल का जन्म 27 अगस्त को पंजाब के आदमपुर में हंसराज सैनी के घर हुआ। उनकी शादी रोहतक के कृष्ण सैनी के साथ हुई। शिक्षा में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त डॉ. अरूणा अंचल एक समाजसेविका, लेखिका के साथ एक पथ प्रदर्शक शिक्षक भी हैं। एक साधारण से परिवार में जनमी डॉ. अरूणा शुरू से ही मेहनत करने की धनी रही हैं। पांच बहनों में ये मंजली हैं। अपने पिता से इन्होंने “सादा जीवन उच्च विचार” पर आगे बढ़ती रही। पिता एक फौजी थे जिसके कारण इनकी पढ़ाई भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हुई। जल्दी ही इनका विवाह रोहतक के कृष्ण सैनी से हो गया। शादी एक ऐसे परिवार में हुई जहां इनको खेत व गायें-भैंस की देखभाल करनी पड़ती थी। पर फिर भी अपने पढ़ाई को आगे बढ़ाने की बात अपने पति के सामने रखी और पति की सहायता से पढ़ाई पूरी की।

अपने पति का हाथ बंटाने के लिए घर के काम करने के साथ-साथ पठानिया पब्लिक स्कूल में बतौर शिक्षक कार्य शुरू किया। यहां एक दशक कार्य करने के बाद इन्होंने झज्जर में प्रधानाचार्य के रूप में कार्य किया। परिवार को ऊपर उठाने के लिए इन्होंने अपनी पढ़ाई फिर शुरू की और शिक्षा शास्त्र में डॉक्टर की उपाधि प्राप्त कर शिक्षण महाविद्यालय में प्राचार्या के रूप में एक दशक निकाला। यहां से इन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा। इसके साथ-साथ डॉ. अरूणा आंचल सामाजिक कार्यों के लिए भी तन-मन-धन से जुट गई। महिलाओं तथा कन्याओं को हर तरह से जागरूक करने के लिए उनसे जुड़ गई। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले अपने परिवार से शुरूआत की।

आज अपनी मेहनत से ये बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में शिक्षा विभाग की अधिष्ठाता व विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। पिछले दो दशकों से शिक्षण कार्य में हैं।

डॉ. अरूणा 25 बार रक्तदान कर चुकी हैं। यह प्रेरणा उन्हें अपने पिता जो एयरफोर्स से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, उनसे मिली। इनकी कई शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। इनकी बहुत सी कवितायें, लेख आदि अखबारों, पुस्तकों में प्रकाशित हो चुके हैं। इन्हें वृंदावन शोध संस्थान, भारत उत्थान उनयास की तरफ से शाश्वत सम्मान कला व साहित्य के लिए सम्मानित किया गया है। इन्हें नई दिल्ली यूथ पार्लियामेंट की तरफ से उत्कृष्ट वक्ता, मातृ शक्ति अवार्ड, हरियाणा कला परिषद्, इंटरनेशनल एंपावर्ड वूमेन, साइंस एंड टेक्रोलोजी आर्गेनाइजेशन नई दिल्ली, नारी शक्ति अवार्ड तथा ऑल इंडिया रेडियो नई दिल्ली की तरफ से भी उत्कृष्ट वक्ता से नवाजा गया। इसके साथ ही रोहतक रेडियो स्टेशन पर नशा मुक्ति दिवस पर कविता वाचन कर चुकी हैं। इसके साथ और भी बहुत से सम्मान इनकी झोली में हैं। यह पर्यावरण संरक्षण के रूप में भी मानी जाती हैं। डॉ. अरूणा प्रमुख रूप से किशोर बच्चों पर काम कर रही हैं। यह उन्हें सकारात्मक शिक्षा के रूप में बात करती हैं तथा काउंसलिंग भी करती हैं।

हम सभी को अरूणा अंचल पर गर्व है आप आज की युवा पीढ़ी के लिए आदर्श है।

  • विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता
  • समाजसेविका, लेखिका
  • शिक्षा शास्त्र में डाक्टरेट
  • 25 बार रक्तदान करने का गौरव
  • लेखिका, कवियत्री
  • अंतराष्ट्रीय स्तर पर शोध पत्र का प्रकाशन
  • मातृशक्ति अवार्ड सम्मानित
  • नारी शक्ति अवार्ड सम्मानित
  • उत्कृष्ट वक्ता सम्मान
  • पयार्वरण सरंक्षक
  • समाजसेविका, काउंसलर
मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका