अश्विनी सैनी

अश्विनी सैनी

देश सेवा के जज्बे के साथ बनी फ्लाइंग ऑफिसर

दादा-पिता रहे सेना में, अब तीसरी पीढ़ी में बेटी बनी फ्लाइंग ऑफिसर

बहादुरगढ़। डीआइजी कालोनी निवासी सैन्य परिवार की होनहार बेटी अश्विनी सैनी देश सेवा के जज्बे के साथ भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर नियुक्त हुई है। पिता और दादा भी देश सेवा को समर्पित रहे हैं। अब बेटी की उपलब्धि से परिवार और गांव के लोग बेहद खुश हैं।

अश्विनी का परिवार मूल रूप से चरखी दादरी के गांव बीड़ भैरवी का रहने वाला है। उसके पिता अशोक कुमार भी पूर्व सैनिक हैं। 20 साल तक वायु सेना में रहे। बतौर सार्जेंट सेवानिवृत्त होकर छह साल तक दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर भी रहे। बाद में उनका चयन हरियाणा शिक्षा विभाग में अंग्रेजी प्रवक्ता के तौर पर हो गया। फिलहाल कानौंदा के राजकीय विद्यालय में कार्यरत हैं। उनके तीन बच्चों में से अश्विनी सबसे बड़ी हैं। उससे छोटे दो बेटे हैं। अश्विनी शुरू से ही मेधावी रही है। स्कूल-कॉलेज के दिनों में बैंडमिटन में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी फिजिक्स और डीटीयू से फिजिक्स में पीएचडी की। देश सेवा उसका सपना रहा है। इसलिए उसने भारतीय वायु सेना को चुना।

खास बात यह है कि अश्विनी के दादा ताराचंद सैनी भी सेना में रहे। उनका यही सपना रहा कि परिवार की हर पीढ़ी में कोई न कोई सेना में अधिकारी बनें उनके इसी सपने को अश्विनी ने साकार किया है। इधर अश्विनी ने अपनी सफलता का श्रेय मां वीना को दिया है। वीना गृहिणी हैं। अश्विनी की पॉसिंग आउट परेड में परिवार के सदस्य कोरोना के चलते नहीं जा पाए। अश्विनी से छोटे उसके भाई अमित का बिजली निगम में जेई पद पर चयन हुआ है। दूसरा भाई विनित आर्मी ज्वाइन करने के लिए तैयारी में जुटा है। हम समाज की युवा बेटी को हार्दिक बधाई प्रेषित करते है आप देश सेवा में नित्त नए आयाम स्थापित कर समाज एवं देश को गौरवान्वित करेगी यहाँ हम सभी की शुभकामनाएं है।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका