युग पुरुष रामजी महाजन का संक्षिप्त परिचय

युग पुरुष रामजी महाजन का संक्षिप्त परिचय

शाजापुर (म.प्र.) वैसे तो युग पुरुष स्व. रामजी महाजन के कार्या के प्रति जितना लिख जाये कम ही है, किन्तु उनके जीवन का प्रमुख जानकारियाँ निम्नानुसार है:-

  • श्री महाजन का जन्म मध्यप्रदेश के जिले बैतूल की तहसील प्रभात पट्टन में दिनांक 14 सितम्बर 1931 को हुआ था।
  • श्री महाजन के पिता का नाम श्री छितरिया महाजन है जो कृषक है।
  • श्री महाजन की माता का नाम श्रीमती सीता महाजन एवं उनकी सौतेली माता का नाम राही महाजन था।
  • श्री महाजन का जन्म नाम ‘डोमा’ था किन्तु स्कूल में रामजी महाजन लिखाया गया था।
  • श्री महाजन ने इन्टर तक पढाई कर मानव सेवा का रास्ता अपनाया।
  • श्री महाजन का विवाह 16 वर्ष की आयु ( 1947 ) को जयन्तीबाई के संग हुआ। जयन्तीबाई से संतान न होने पर पत्नी के आग्रह पर दुर्गाबाई से संबंध कराया, उनकी दो पुत्रियां है।
  • 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता संग्राम सेनाना के रूप में शासन द्वारा उन्हें ‘ताम्रपत्र’ से सम्मानित किया गया।
  • वर्ष 1955 में रामजी महाजन ने जिला बैतूल के ग्राम अमरावती में प्रथम माली सम्मेलन व वर्ष 1956 में जिला बैतूल के ग्राम मांडली में द्वितीय माली सम्मेलन करवाकर अनेक समूहों में बिखरे स्वजातियों भाइयों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया।
  • वर्ष 1957 में जिला बैतूल की ग्राम पंचायत प्रभात पट्टन के पंच पद पर प्रचण्ड बहुमत से विजय होकर राजनीति में प्रवेश किया।
  • मई 1958 में आपने अखिल भारतीय माली अधिवेशन अपनी जन्म भूमि प्रभात पट्टन में आयोजित किया।
  • रामजी महाजन ने अगस्त 1970 करे ‘मध्यप्रदेश माली समाज’ ( पंजीकृत ) का गठन किया व इस संस्था के आजीवन अध्यक्ष पद पर भी रहे।
  • रामजी महाजन 1970 में ग्राम पंचायत पट्टन के तीसरी बार पंच फिर उपसरपंच तथा कुछ दिनों बाद जनपद पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे।
  • रामजी महाजन 12 मार्च 1972 को प्रचण्ड बहुमत से विधायक चुने गये।
  • रामजी महाजन ने 29,30 दिसम्बर 19714 को भोपाल में माली महाजन का अखिल भारतीय अधिवेशन आयोजित किया था।
  • रामजी महाजन वर्ष 19777 में पुनः विधायक बने क्षेत्रिय विकास और अपनी ईमानदार छवि के कारण।
  • रामजी महाजन पुनः वर्ष 1980 में तीसरी बार विधायक चुने गये।
  • दिनांक 17 नवम्बर 1980 को रामजी महाजन को मंत्री दर्जे के साथ पिछड़ावर्ग आयोग के अध्यक्ष पद सौंपा गया।
  • रामजी महाजन ने 1985 में चैथी बार विधानसभा के लिए निर्वाचित होकर जिला बैतूल के वरिष्ठ विधायक गौरव प्राप्त किया।
  • रामजी महाजन को 14 फरवरी 1988 को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के राज्यमंत्री का स्वतंत्र प्रभार देकर सम्मिलित किया गया।
  • रामजी महाजन को 9 दिसम्बर 1989 में जेल धार्मिक न्यास एवं धर्मस्य विभाग का मंत्री बनाया गया।
  • रामजी महाजन ने विधानसभा के लिए पांचवी बार भी 30 नवम्बर 1993 में निर्वाचित होकर दिनांक 5 दिसम्बर 1993 में ‘जेल, श्रम, पिछडावर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री बनाये गये। वरिष्ठ विधायक होने पर इन्हें ‘विधान श्री’ की उपाधि से शासन द्वारा विभूषित किया गया।
  • रामजी महाजन द्वारा 21 अक्टूबर 1986 प्राथमिक शाला गाधेनी के लिए 0.018 हेक्टर भूमि तथा 14 फरवरी 1993 को 0.010 हेक्टर भूमि एवं दिनांक 17 नवम्बर 95 को 20 एकड़ भूमि प्रभात पट्टन के नवेदयय विद्यालय  के भवन निर्माण हेतु दान की।
  • रामजी महाजन भोपाल में अपने सहयोगियों P.N. अम्बाड़कर व रामनारायण चौहान व भल को साथ लेकर महात्मा फुले मंदिर ( भवन ) के लिए शासन से भूमि का आबंटन कराया, धनराशि एकत्र की।
  • 14 अगस्त 1999 को युग पुरुष रामजी महाजन की असायह बीमारी ‘सियोयसिस ऑफ लीवर’ के कारण मृत्यु हो गई।

रामजी महाजन ने हमेशा सादगीपूर्ण जीवन यापन किया। सदा खादी वस्त्रों में रहे। उन्हें पिछड़ी जाति के लोग कभी भूलना नहीं पायेंगे। उनकी स्मृति में मध्यप्रदेश शासन प्रतिवर्ष 28 अगस्त को पिछड़ावर्ग सम्मान दिवस पूरे प्रदेश में मनाया जाता है एवं पिछड़ावर्ग की सेवा करने वाले ओ.बी.सी. के व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका