डॉ. दीपक सैनी

डॉ. दीपक सैनी

सहज, हंसमुख तथा दक्षता से मालामाल समाज गौरव आर्थोपेडिक डॉ. दीपक सैनी

सहज, सरल, विनयशील, मधुरवाणी, हंसमुख स्वभाव, मन में सेवा का भाव और व्यावसायिक दक्षता से मालामाल डॉ. दीपक सैनी का कोई सानी नहीं है। आप अहमदाबाद में सेबी लिमिटेड के चिकित्सालय में वरिष्ठ ऑर्थोप्लास्टी सर्जन के रूप में जून, 2010 से अपनी सेवाएं प्रदान कर हड्डियों के जोड़ को सही कर मरीजों को जीवनदान दे रहे है।

डॉ. दीपक यूं तो हर मरीज को पूरा सम्मान देते है और कहते है कि मरीज से बढ़कर उनके लिए कोई नहीं। अपने समाज के मरीज को देखकर उनकी आंखों में एक अलग ही चमक नजर आती है। अपने लोगों की सेवा कर उनकी खुशी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मैं अपने लोगों की सेवा कर पा रहा हूं। भला अपने समाज एवं मातृभूमि से किसे प्रेम नहीं होता।

मरीज का ऑपरेशन अच्छा हो ओर वह अपने पैरों पर चलकर जाए, उनकी हर चंद यहीं कोशिश होती है। ऑपरेशन के बाद जब से वे पहली बार मरीज को खड़ा करते है तो एक आत्मसंतुष्टि का भाव उनके चेहरे पर नजर आता है। कभी कभी बड़ी उम्र की महिला को कहते है माताजी मैं चाहता हूं कि आपको अपने पैरों पर चलाकर घर भेजूं। क्या एक मां अपने मेटे की इच्छा पूरी नहीं करेगी और जब वह महिला चलने लगती है तो उनके अधरों की मुस्कान देखते ही बनती है।

डॉ दीपक सैनी का जन्म राजस्थान में झुंझुनूं जिले के खेतड़ी में 2 नवम्बर, 1981 को श्री बी. एल. सैनी के परिवार में हुआ। आपके पिता समाजसेवी है तथा राजनीति में सक्रिय होने से 15 साल तक सरपंच रहे। आपका विवाह वर्ष 2006 में दिल्ली की मोनिका से हुआ।

आपने चिकित्सा विज्ञान में मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस कर बीकानेर मेडिकल कॉलेज से अस्थि रोग (आर्थो) में एम. एस. की डीग्री प्राप्त की। आपने एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर से 2004-05 में इंटर्नशिप कर ‘फ्रेशर ऑफ हैण्ड बोन्स ट्रीटेड’ विषय पर थीसीस पूरी की। वर्तमान में आप जयपुर में रह रहे है तथा यहां पर सेल्बी अस्पताल के आउटडोर सेंटर को भी संभाल रहे है, जहां ये स्वयं जोड़ों के ऑपरेशन करते है।

डॉ. सैनी ने जनवरी, 2005 से जून 2005 तक जूनियर रेजीडेंट ऑथोपेडिक्स के रूप में धनवन्तरी हॉस्पीटल एवं रिसर्च सेंटर में तथा माहेश्वरी हॉस्पीटल एण्ड रिसर्च सेंटर, जैसलमेर में आर्थोपेडिकस के मुख्य सलाहकार के रूप में जुलाई 2009 से जून 2010 तक अपनी सेवाएं दी। इसके बाद से अब तक ये सेल्बी चिकित्सालय, अहमदाबाद में सेवाएं प्रदान कर रहे है।

डॉ दीपक घुटनों एवं कूल्हों के जोड़ को प्रत्यारोपित करने, फ्रेक्चर मैनेजमेंट आर्थोस्कॉपी एवं मैनेजमेंट ऑफ पोलीट्रोमा ऑपरेशन के मामलों में परम विशेषज्ञता और पर्याप्त अनुभव रखते है। डॉ.दीपक ने अकेले अब तक करीब 800 से अधिक इमरजेंसी ऑपरेशन तथा 400 से अधिक डीएचएस. डीसीएस, इंटरलोक नेलिन (टीआई बीआईए, फ्यूमर, हूमरस) के सर्जिकल ऑपरेशन सफलता पूर्वक किए। साथ ही 300 टीएचआर 5 हजार नी रिप्लेसमेंट ट्रांसप्लांट तथा 60 से अधिक पुनः नी रिप्लेसमेंट ट्रांस्प्लांट ऑपरेशन एकल रूप से किए है।

अकादमिक गतिविधियों में डॉ. दीपक सैनी निरंतर सक्रिय रहते है। इन्होंने वर्ष 2012 में “कॉम्पलेक्स नी ऑर्थोप्लास्टी’ तथा ‘रिविजन हिप ज्वाइंट रिप्लेसमेंट’ पर आयोजित वर्कशॉप में भाग लिया। इन्होंने ऑर्थोप्लासी सेशन इन ऑर्थोट्रेंड्स 2004 में नेशनल फैकल्टी के रूप में प्रतिनिधत्व कर ‘टीकेबार इन पोस्ट ट्रियोमेटिक नी’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। सेल्बी हॉस्पीटल में भी डीएनबी ऑर्थोपेडिक संकाय में भी आप सक्रिय योगदान दे रहे है।

डॉ दीपक अपने वरिष्ठ डॉक्टर्स के प्रति पूरा सम्मान रखते हुए उन्हें अपना आदर्श मानते है। उनके मन में स्टाफ के प्रति भी अलग स्नेह भाव है। अस्पताल के सभी चिकित्सक एवं स्टॉफ के लोग भी डॉ. सैनी को स्नेह, सम्मान व आदर की दृष्टि से देखते है। स्टॉफ का कहना है कि सेवा भावी, डॉ. सैनी मरीजों की आउट ऑफ वे जाकर भी मदद करते है और उनका पूरा प्रयास रहता है कि मरीज स्वयं होकर अपने घर जाए।

डॉ सैनी का संदेश है कि जोड़ो का दर्द एक ऐसा दर्द है जो निरंतर बढ़ता है, जिसे की कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। यदि यह रोग लंबा हो जाता है तो ऑपरेशन के बाद मरीज को रिकवरी भी जल्द हो जाती है। जैसे ही किसी जोड़ो का दर्द हो और चिकित्सक ऑपरेशन की सलाइ दें तो अविलंब यह ऑपरेशन करा लेना चाहिए। ऑपरेशन के बाद मरीज पहले की तरह चलने- फिरने लायक हो जाता है।

समाज के युवा डॉक्टर दीपक सैनी की सहृदयता की प्रशंसा करनी होगी। हमें गर्व है कि हमारे समाज के डॉक्टर अपनी योग्यता के बल पर हजारों मरीजों के चेहरे पर खुशी लाने में सफल रहे है। हम डॉ. दीपक के उज्ज्वलत्तम भविष्य की मंगलमयी शुभकामनाएँ प्रेषित करते है।

मनीष गहलोत

मनीष गहलोत

मुख्य सम्पादक, माली सैनी संदेश पत्रिका