‘चौधरी’ भानाराम सैनी
किसान के बेटे 10वीं पास कर एक बस से की थी शुरुआत, 150 बसें बनाई तो चर्चा में ‘चौधरी’ भानाराम सैनी, अब 85 की उम्र में हुआ निधन।
महेन्द्रगढ़ से निर्दलीय और नारनौल से लड़ा था चुनाव, 35 वर्ष तक महेन्द्रगढ़ समाज के प्रधान के निधान पर समाज के साथ क्षेत्र में शोक की लहर अनकों राजनेताओं के साथ प्रदेश के बाहर से भी समाज बंधुओं ने श्रद्धाजंलि अर्पित की।
महेंद्रगढ़ शहर के मोहल्ला चौक में चार दिसंबर 1937 में साधारण परिवार में भानाराम सैनी का जन्म हुआ। किसान मोतीलाल के इस बेटे ने एक आम आदमी की तरह जीवन में संघर्ष की शुरूआत की। मेहनत रंग लाई तो ट्रांसपोर्ट जगह में कदम रखा। एक बस से शुरुआत की। नारनौल हेडक्वार्टर होने के कारण सभी बसों का मुख्य केंद्र नारनौल होता था। इस वजह से नारनौल आना हुआ। एक बस से लगातार मेहनत कर 150 बसों का काफिला तैयार किया। एक तरह से निजी तौर पर बस डिपो खुद का हो था।
बंशीलाल सरकार जब नेशनलाइजेशन लेकर आई तो ट्रांसपोर्ट का काम थम सा गया। फिर महेंद्रगढ़ व नारनौल में सिनेमा हाल खोलने की शुरुआत की। इसके बाद राजनीति का सफर तय किया। इन दिनों बीमार चल रहे चौधरी भानाराम सैनी का निधन रविवार, 21 अगस्त को रात को हो गया। सोमवार उनके अंतिम संस्कार मैं शहर ही नहीं जिला व अन्य प्रदेशों से लोग पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
जब बसों की गिनती सैकड़ा से पार हई तो जिलामर ने आनाराम सैनी के चर्चे होने लगे। इसी बीच उन्होने साल 1996 में कावोस की टिकट कटने पर महेंदगद विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा हार मिलने के बाद फिर से अपने ट्रांसपोर्ट के धंधे में समय लगाने लगे इसके बाद साल 2009 में फिर से राजनीति में नारनौल में सक्रिय हुए उस समय इनेलो की टिकट पर नारनौल हलका से चुनाव लड़ा और 21,629 वोट हासिल किए। राव नरेवसिंह से 3392 वोट से हारे थे।
इसके बाद उन्होंने अपनी राजनीति विरासत पुत्रवधु कमलेश सेनी को सौंप दी और खुद घर आराम करने लगे। कमलेश सैनी ने दो बाद विधानसभा चुनाव लड़ा और कुछ वोटो के अंतर से हारी। अब जून माह में नगर परिषद चेयरपर्सन के सीधे चुनाव हुए तो कमलेश सैनी ने पूरे हरियाणा में सबरे बड़ी जीत दर्ज करने का रिकार्ड अपने नाम किया
भानाराम इन दिनों वे अस्वस्थ्य चल रहे थे। उनकी उम्र 85 वर्ष थी। स्वर्ग आश्रम में उनके बोटे रघुवीर सैनी ने उन्हें मुखाग्नि दी। वह अपने पीछे पुत्र रघुवीर सैनी, पुत्रवधु कमलेश सैनी, पौत्र जतिन व हिमांशु सहित पूरा परिवार छोड़कर गए है। उनके निधन पर जजपा पार्टी सहित जिला व दूसरे जिला व प्रदेश से आए हजारों लोगों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा जजपा जिला अध्यक्ष तेजप्रकाश यादव, आजपा जिल अध्यक्ष राकेश शर्मा, जजपा जिला प्रवक्ता सिकंदर महली, भाजपा नेता रोशनलाल यादव, महेंद्रगढ़ नगर पालिका चेयरमैन रमेश सैनी, अशोक चौधरी, जजपा नेता अशोक सैनी सहित हजारों लोग मौजूद रहे।
बात 1958 के दशक की है। उस वक्त एक बस खरीदकर उसे नारनौल महेंद्रगढ़ पर चलाया। सवारी की डिमांड बढ़ती गई तो एक से दो दो से तीन जैसा सिलसिला चल पड़ा। अड़चन आई कि महेंदगद की बजाय नारनौल रूट से ज्यादा सवारी रेवाड़ी, दिल्ली, जयपुर, अजमेर व झुंझुंन जैसे एरिया में आवाजमन करती है। इस तरह एक बस का शुरू किया सफर 150 बसों के काफिले में तब्दील हो गया। इसी कारण भानाराम सैनी की पहचान चौधरी भानाराम सैनी के रूप में होने लगी। साल 1973 में बंशीलाल सरकार ने यात्री बस सेवा को लेकर नेशनललाइजेशन सिस्टम लागू कर दिया। इससे काम धीमा पड़ गया।
इस कारण महेन्द्रगढ़ में अपने पिता मोतीलाल के नाम से मोती सिनेमा को शुरूआत 1973 में की। इसके बाद नारनौल शहर में साल 1985 में माता मोहनीदेवी के नाम से मोहनी सिनेमा ओपन किया। उस वक्त सोशल मीडिया नहीं था। सिनेमा जगत से स्नेह रखने वाले लोगों का हुजूम रोजाना हर शो में देखने को मिलता था। इसी बीच फिर से बस यात्री सेवा ने रफ्तार पकड़ी और साल 1992 से 2010 तक हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान में प्राइवेट बसें चलाकर ट्रासपोर्ट जगत में अपनी अलग पहचान बनाई। वे करीब 35 साल तक लगातार महेन्द्रगढ़ सैनी सभा के सर्वसम्मति से प्रधान भी रहें।
इस मौके पर पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, जजपा जिला अध्यक्ष तेजप्रकाश यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, भाजपा नेता रोशनलाल यादव, महेंद्रगढ़ नगर पालिका चेयरमैन रमेश सैनी, अशोक चौधरी, अजपा नेता अशोक सैनी, जजपा हलका अध्यक्ष सुरेंद्र पटीकरा, महेंद्र बड़ेसरा, महेंद्र खन्ना, जोगेंद्र बड़ेसरा, अजय एडवोकेट, चौनसुख तोताहेड़ी, योगेश चिंडालिया, विरेंद्र पाटासेर, धर्मबीर यादव, प्रमोद तांखर, अनमोल गुप्ता, युवा प्रदेश महासचिव नवीन राव, सैनी सभा के पूर्व प्रधान बिशन सैनी, पूर्व चेयरमैन जेपी सैनी, आप नेता रविंद्र मटरू, बिशन ठेकेदार, वार्ड पार्षद संजय यादव, पार्षद रविंद्र भांखर, पार्षद मोहनलाल, नप एक्सईएन अंकित वशिष्ठ, एमई अनिल यादव, रिटायर इंस्पेक्टर डा. हरिओम, अर्जुनलाल एडवोकेट, राजेश कश्यप, सरदार नौनिहाल सिंह, सफी मोहम्मद, नरेश गोगिया, बजरंगलाल अग्रवाल, सूरज ढिल्लो, हरजिंद्र सरदार, लक्की सरदार, रामफल चिंडालिया, हरिराम सैनी एडवोकेट सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। हम सभी परम पिता परमेश्वर से दिवगंत भानाराम सैनी के आत्मा की शांति की प्रार्थना करते है और साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करते है कि परिजनों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।