माली समाज के संत, योगी महापुरुष
व्यक्ति से परिवार, परिवार से जाति समाज बनता है। व्यक्ति के बिना समाज का कोई महत्व नहीं। यह सृष्टि का अटल नियम है। समाज के व्यक्ति त्याग, तपस्या और आध्यात्मिकता के मान् गुणों से संत, महात्मा बनते है। हमारे माली समाज में भी अनेक संत, महात्मा, तपस्वी, योगाभ्यासी तथा महापुरुष हुए हैं जिन्हें माली समाज के अतिरिक्त अन्य मानव-समाज भी प्रातः काल में स्मरण करता है। उनके जीवन तथा गुणों से प्रेरणा लेता है, वे गुरु कहे जाते हैं। अतः हमें भी अपने पूर्वजों पर गर्व करना चाहिए, उनकी याद में समारोह पर्व आदि मनाने चाहिये। ऐसे महापुरुषों का जीवन परिचय भी प्रकाशित होते रहना चाहिए जिससे युवावर्ग को प्रेरणा मिलती रहे।
- जोधपुर
- ब्रह्मनिष्ठ महात्मा देवीदान जी एक महान् योगी हुए जिन्होंने सोलंकी परिवार में जन्म लिया।
- महात्मा अचलाराम जी विद्वान और आध्यात्मिक ज्ञान के महारथी थे जो कच्छवाहा परिवार में जन्में।
- संत शिरोमणी ब्रह्मज्ञान निष्ठ श्री अजनेश्वरजी का जन्म कच्छवाहा परिवार में हुआ।
- महात्मा श्री रामजी महाराज की तपस्या अद्भूत थी जो सोलंकी परिवार में जन्में।
- संत रामचतुर जी महाराज का जन्म गहलोत परिवार में हुआ।
- विवेक आश्रम, बासनी, जोधपुर के स्वामी श्री निजानंद का जनम गहलोत परिवार (सालावास) में हुआ।
- सूरसागर रामद्वारा के संत श्री मोहनदास, श्री रामप्रसाद जी का जन्म भोपालगढ़, जोधपुर में हुआ।
- खेड़ापा के पीठाधीश स्वामी श्री पुरुषोत्तमदास जी महाराज का जन्म भी भोपालगढ़, जोधपुर के भाटी परिवार में हुआ।
- ब्यावर
- श्री गोपेश्वर जी महाराज का जन्म भी माली परिवार में हुआ जिनका सेंदड़ा रोड़ पर एक आश्रम भी बना हुआ है।
- श्री केवलराम जी महाराज का जन्म भी माली समाज में हुआ।
- श्री ज्ञानदेवी जी महाराज का जन्म साँखला परिवार में हुआ।
- तपस्वी पं. दिगम्बरानन्द जी महाराज का जन्म सोलंकी परिवार में हुआ।
- संत मुनिराम जी महाराज का जन्म साँखला परिवार में हुआ।
- पाली
- माली समाज में जन्में श्री गणेशानन्द जी बड़े योगी हुए।
- पोकरण
- तपस्वी सेवापुरी जी महाराज का जन्म सोलंकी परिवार मेंहुआ।
- श्री नारायणदास जी महाराज का जन्म भी सोलंकी परिवार में हुआ।
- श्री संतोषदास जी महाराज का जन्म दगदी गोत्र मेंहुआ।
- संत श्री रामचतुरजी महाराज का जन्म गहलोत परिवार में हुआ।
- संत श्री परमानन्द जी महाराज चैहान परिवार में जन्मे।
- संत श्री तिलकराम जी ने भी चौहान परिवार को ही सुशोभित किया।
- संत श्री प्यारेलाल जी का जन्म सोलंकी परिवार में हुआ।
- जैतारण-बिलाड़ा
- श्री जगवल्लभ जी महाराज का जन्म जाजम गोत्र में हुआ।
- गीता भवन, जैतारण के स्वामी श्री रामाशंकर जी महाराज का जन्म जैतारण, पाली के सोलंकी परिवार में हुआ।
- माली समाज में जन्में जैन संत-
- तपस्वी भगवानदास जी महाराज का जन्म माली जाति में हुआ।
- जैनाचार्य श्री धूलचन्द जी महाराज ने माली जाति की सोलंकी गोत्र में जन्म लिया।
- जैनाचार्य चाँदमलजी महाराज का जन्म तंवर गौत्र में हुआ।
- पंजाब
- जैन मुनि श्री क्रान्ति मुनि जी का जन्म भी सैनी जाति में हुआ।
- प्रवर्तक प्रेमचन्द जी महाराज का जन्म भी सैनी, माली जाति में हुआ।
- जैनमुनि उदाजी, केशवजी, गुलाबजी महाराज परिहार गोत्र के थे।
- श्री देवीलाल जी महाराज का जन्म भी माली जाति में हुआ।
- जैनाचार्य श्री पन्नालाल का जन्म भी माली जाति में हुआ।
- साध्वी जमनाजी, पानकंवरजी, जसकंवरजी, सूरजकंवरजी, सुगनकंवरजी का जन्म परिहार गौत्र में हुआ।
- श्री कृष्ण की परम भक्त सुखिया माळण मथुरा में जन्मी।