श्री मानसिंह देवड़ा
समाज गौरव आधुनिक जोधपुर के विकास पुरूष
विकास पुरुष मानसिंह देवड़ा के व्यक्तित्व और कृतित्व को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। सर्वांगीण विकास के समृद्ध परम्परा के संवाहक मानसिंह देवड़ा की स्पष्ट मान्यता थी कि शारीरिक, मानसिक, और आत्मा का संतुलिक विकास करना ही शिक्षा का प्रथम और अन्तिम लक्ष्य है। शहर के चहुमुखी विकास के सपने को अपने प्रयासों से साकार करने वाले देवड़ा को सूर्यनगरी के बाशिंदे, खासकर जोधपुर के खेल जगत हमेशा याद रखेगा। देवड़ा जब नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष थे तब उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम की नीव रखी थी और जोधपुर पत्थर से शानदार स्टेडियम बनवाया। उम्मेद स्टेडियम आज प्रदेश के सबसे अच्छे फुटबॉल मैदानों में एक है। जहां घास लगी है और दर्शक दीघाओं को भी सुधारा गया है। अशोक उद्यान हाईमास्क लाइट भी देवड़ा की ही देन है।
हर शख्स के दिल में देवड़ा ने एक खास मुकाम बनाया था। उन्होंने अपने व्यवहार से और कार्य से लोगों का दिल जीत लिया। देवड़ा ने शहर के लिए जो सपने देखे थे सबको हकीकत में भी बदला। उनके घर से करीब एक किलोमीटर की दूर पर ‘बरकतुल्लाह खान स्टेडियम’ इसी युग पुरुष की अवधारणा थी। शहर जानता है कि ‘हाईमास्ट लाईटें’ चौराहों पर लगवाकर उन्होंने जोधपुर को आधुनिक स्वरूप की ओर मोड़ा। देवड़ा का जन्म 15 जनवरी 1933 में मण्डोर में मोहनलाल देवड़ा के घर हुआ। उनकी माता का नाम जमनादेवी था। देवड़ा की सन्तानों में प्रदीप, चेतन, भगवत और पुत्री कुंती है। देवड़ा मूलतः एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता थे। ध्येयनिष्ट सामाजिक सेवा के कारण उनके व्यक्तित्व की जोधपुर नगर में गरिमामय पहचान स्थापित की। देवड़ा ने अशोक उद्यान का निर्माण करवाकर शहर के बढ़ते दायरे में एक और धरोहर स्थापित की। इसी के साथ मण्डोर उद्यान में भी विकास कार्य किए। उन्होंने शहर के हर चौराहों पर ऊंची हाईमास्ट लाइट लगवाकर न सिर्फ तेज रोशनी भर दी बल्कि स्ट्रीट लाईट की शक्ल भी बदल दी। देवड़ा का राजनीतिक सफर 1971 में नगर परिषद सदस्य के रूप में शुरु हुआ। इसके बाद 1980 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर वे सरदारपुरा से विधायक चुने गए। 1985 और 1998 में फिर सरदारपुरा से विधायक चुने गये। 1981 से 1987 तक दो बार आईटी अध्यक्ष रहे। 1999 से 2003 तक राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष रहे। 1977 से 85 तक जोधपुर जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष क रूप में उन्होंने काम देखा। देवड़ा इन्दिरा गांधी के समर्थन में नौ दिनों तक जेल में रहे। वे तीस साल तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे। श्री मानसिंह देवड़ा 7 सितम्बर, 2011 को लंबी बिमारी के बाद सदा के लिए हमें छोड़ कर चले गये।
आवास निर्माण एवं शहरी विकास के क्षेत्र में आवासन मंडल ने विकास कार्यों के नये आयाम स्थापित किये। नवीनतम एवं आधुनिक तकनीक व योग्य युवा पेशेवारों की दक्ष टीम एवं कुशल वितीय प्रबन्धन ने प्रत्येक विकास कार्य को एक चुनौती के रूप में लिया है तथा जनहित में लीक से हटकर विकास कार्य कराये। श्री मानसिंह देवड़ा के अनुभवी नेतृत्व एवं कुशल प्रबन्धन से उन वर्षों में मण्डल की वितीय स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ, जिसमें मण्डल को देश की अग्रणी निर्माण एवं विकास संस्थाओं में ला खड़ा किया। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन ने जनहित एव सहभागिता के सिद्धान्तों पर चलते हुए विकास कार्यो की अद्भुत मिसाल कायम की, चाहे वो पार्क व खेलकूद के मैदान हो या फिर शहरी विकास या उन्नत आवासीय योजनाएं या फिर गुजरात राज्य में भूकम्प पीड़ितों के लिए आवास कार्य है।
आप हमारे बीच बेशक नहीं रहे लेकिन आपकी मधुर स्मृतियां सदैव हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी आपके बताये मार्ग पर चलकर हम आपके सपनों को साकार करेंगे
मानसिंह देवड़ा के विकास कार्य हाईमास्ट लाईट में जगमग चौराहा, अशोक उद्यान का शिलान्यास, राज्य के 13 शहरों में भी भूकम्परोधी मकानों का निर्माण, 15 हजार से अधिक की आबादी वाले कस्बों में आवास निर्माण भुज में भूकम्प पीड़ितों के लिए आवास निर्माण, मण्डोर उद्यान का सौन्दर्यकरण, शहर के कई चौराहों का सौन्दर्यकरण, शहर के खेल प्रेमियों के लिए बरकतुल्लाह खान स्टेडियम, उम्मेद स्टेडियम के विकास में अहम योगदान, जयपुर में बिल्डिंग टेक्नोलोजी पार्क का निर्माण प्रवासी भारतीयों / राजस्थानियों के लिए राज आंगन योजना का आवास निर्माण, आम जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर।