भाग्यश्री सैनी
राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा से समाज को गौरवान्वित करने वाली ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी
झुंझुनू के खेतड़ी नगर में जन्मीं समाज की होनहार बेटी भाग्यश्री सैनी ने अपनी पढ़ाई खेतड़ी नगर झुंझुनू में पूरी की, उन्होंने 18 साल में अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया, ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने एनसीसी आर्म्ड विंग ज्वाइन किया एनसीसी में वह उच्चतम पद ‘सीनियर अंडर ऑफिसर’ रही और अनेक पुरस्कार प्राप्त किए, एनसीसी में वह बेस्ट कैडेट, बेस्ट एंकर का अवार्ड प्राप्त कर चुकी हैं इन्हें एनसीसी में ‘नेशनल इंटीग्रेशन कैंप’ देहरादून व नेशनल इंटीग्रेशन कैंप हैदराबाद में बेस्ट एंकर का अवार्ड प्राप्त हुआ है इन्होंने एनसीसी में सी सर्टिफिकेट व बी सर्टिफिकेट में “A” Grade प्राप्त किया है,
अपने एनसीसी के दिनों में वह ‘नेशनल इंटीग्रेशन कैंप देहरादून वह हैदराबाद में बेस्ट डांसर का अवार्ड भी जीत चुकी है’ भाग्यश्री सैनी ने अपने पढ़ाई में बीएससी के बाद, मास्टर्स इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, एनजीओ मैनेजमेंट, पूरा किया व इसके अलावा ‘स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी’ से विमेन हेल्थ में सर्टिफाइड है ये ‘हावर्ड यूनिवर्सिटी’ से चाइल्ड राइट्स व इंटरनेशनल लॉ में सर्टिफाइड है, व ‘यूनिवर्सिटी आफ ब्रिटिश कोलंबिया’ से Gender and Sexuality LG BTQ Community में सर्टिफाइड है।
वर्तमान में भाग्यश्री अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर लेखिका व ब्लॉगर हैं जिसमें यूनिसेफ, इंटरनेशनल यूथ जनरल, विमेन वेब, यूथ की आवाज, स्टोरी मिरर, PENTHERE, Indian Periodical, Sahitalya पर महिलाओं एवं बालिकाओं व उनसे संबंधित मुद्दों पर जागरूकता हेतु लिखती है।
अपने सामाजिक कामों में ये स्कूल छोड़ चुकी व बाल विवाह से ग्रसित बालिकाओं की शिक्षा के उन्हें सशक्त करने के लिए PRATHAM से जुड़ी है इसके अलावा राजस्थान में सिलिकोसिस की समस्या पर यह अध्ययन कर रही है वह उसके लिए इन्होंने भीलवाड़ा के सिलिकोसिस ग्रसित गांव भ्रमण किए है।
भाग्यश्री नेशनल यूथ काउंसिल ऑफ इंडिया में विमेन एंड चाइल्ड विंग प्रेसिडेंट, मासूम बचपन फाउंडेशन में राष्ट्रीय सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही है जिसमें हाल ही में पूरे राजस्थान प्रदेश के सभी जिलों में नेशनल यूथ काउंसिल ऑफ इंडिया के बैनर तले नितिन माथुर के सहयोग से महिलाओं व लड़कियों को सभी प्रकार के उत्पीड़न के खिलाफ सशक्त करने एवं उनकी मदद करने के लिए ‘चिट्टियां अभियान’ का शुभारंभ किया है ताकि सबको उनकी आवाज का महत्व और अपने लिए लड़ने के लिए सशक्त बनाया जा सके। इन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बीएन पटेल इंस्टिट्यूट वडोदरा द्वारा ‘विमेन अचीवर्स अवार्ड’ द्वारा सम्मानित किया गया था।
ये स्वयं बाल विवाह की सर्वाइवर रही है और इस सामाजिक कुरीति को खत्म करने के लिए इन्होंने 11 साल इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने इसी साहस के लिए इन्हें नॉर्थ अमेरिका की मैगजीन Global Heroes में हाल ही में फीचर किया गया इसी प्रकार से ’’Say It Forward’s’ कनाडा में इन्हें फीचर किया गया व UK की मैगजीन Women Being में इनकी कहानी को फीचर किया गया।
इनके पिता जी श्री बनवारी लाल सैनी एवं इनकी माताजी श्रीमती सरला सैनी भी सामाजिक कार्यकर्ता है वह महिलाओं व वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कार्यरत है उनके द्वारा 2013 से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का संचालन जिला भर में किया गया एवं वर्तमान में मानसिक विमंदित लोगों के लिए कार्यरत है इनके सराहनीय कार्यों के लिए इन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनकी बहन डॉक्टर इंदू सैनी ‘‘आहार विशेषज्ञ’’ है। इनके भाई राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है। अपनी सभी उपलब्धियों का श्रेय मैं अपनी बहन डॉक्टर इंदु को देती हूं जिन्होंने हमेशा मुझे बेहतर करने को प्रेरित किया।