अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता की गाेल्ड मेडलिस्ट सुहाना सैनी
अब तक जीत चुकी है 50 राष्ट्रीय और 49 अंतराष्ट्रीय पदक जीत चुकी है मां भावना भी रह चुकी है राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी। स्कूल से बचने के लिए सुहाना ने शुरु किया बनीं वर्ल्ड नंबर-1।
रोहतक। हरियाणा के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके इंडिया का डंका बजा रहे हैं, इस शहर की 17 वर्षीय सुहाना सैनी ने खेल की बदौलत दुनिया भर में मामले में बेटियां भी पीछे नही हैं। स्कूल जाने से बचने के लिए टेबल टेनिस खेलना शुरू किया था, अब उन्होंने अपनी जोड़ीदार यशस्विनी के साथ अंडर-19 डबल्स में दुनियां की नंबर 1 खिलाड़ी का मुकाम हासिल कर लिया है। ग्रीन रोड पर रहने वाले सुहाना के पिता विकास ने बताया कि हाल ही में 2 नवंबर को इटली में आयोजित अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सुहाना ने कांस्य मेडल जीता है। वे 6 नवंबर को हंगरी में आयोजित वर्ल्ड टेबल टेनिस व 4 से 11 दिसंबर तक ट्यूनीशिया में होने वाली वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में अंडर-19 आयु वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
विकास सैनी ने बताया कि जब वह 5 साल की थी तब सुहाना ने अपनी मां भावना सैनी शुरू से ही टेबल टेनिस सीखना किया था। भावना सैनी भी नेशनल लेवल की टेबल टेनिस खिलाड़ी रह चुकी हैं। सुहाना 9 वर्ष की आयु में ही नेशनल चैंपियन बन गई थी। इससे पहले भी सुहाना 2021 में अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंगल्स में बांज, डबल्स में ब्रांज और मिक्स्ड वर्ग में ब्रांज मेडल जीता था। वे अब तक 49 इंटरनेशनल और 50 नेशनल मेडल जीत चुकी हैं।
लक्ष्य: ओलिंपिक खेलों में देश के लिए मेडल जीतना
सुहाना ने बताया कि वो जब 5 साल की थी तो अपनी मा के साथ टेबल टेनिस की अकेडमी पर जाती थी। लेकिन वहां सिर्फ बच्चों को देखकर ही घर वापस आ जाती थी। एक दिन जब मुझे पता चला की बच्चों को बाहर खेलने जाने के लिए स्कूल से छुट्टी मिलती है। यही देख कर मैंने भी खेलना शुरू किया। ताकि मुझे भी स्कूल से छुट्टी मिल सके। वहाँ से मेरे खेल की शुरूआत हुई है। मेरा अगला लक्ष्य अब 2024 में ओलिंपिक खेलो में देश के लिए मेडल जीतना है। सुहाना ने बताया कि वो पढाई को भी उतना ही महत्व देती है जितना खेल को देती हैं। यही कारण है कि वे किसी भी प्रतियोगिता में जाते समय अपनी किताबें साथ लेकर जाती हैं और सफर में भी पढ़ती हैं।
सुहाना ने यूं तय किया वर्ल्ड नंबर-1 बनने सफर
मई 2022 में कतर में हुई अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में सुहाना ने गोल्ड मेडल जीतकर 2250 प्वाइंट हासिल किए थे। वहीं अगस्त में यूरोप में हुई चौंपियनशिप में वे सेमीफाइन राउंड तक ही पहुंच पाई थी, इस प्रतियोगिता में उन्हें 790 प्वाइंट मिले थे। इसके बाद सितंबर में हुई एशियन टेबल टेनिस चापयनशिप में उन्हें 45 प्वाइंट मिले थे। इस प्रकार उनके वर्ष 2022 में 3085 प्वाइंट हो गए और वे अंडर-19 डबल्स वर्ल्ड रैकिंग में नंबर वन बन गई। इसके साथ ही इसी वर्ष 15 अंतरराष्ट्रीय चौंपियनशिप में भाग लेकर सुहाना अंडर 17 सिंगल्स में वर्ल्ड 7 रैंक और अंडर-19 सिंगल्स में 11वीं रैंक पर काबिज हैं।
समाज की होनहार खिलाड़ी को अनेकों अनेक उपलब्धियों पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। हमें गर्व है आपने देश, समाज के साथ ही अपने माता पिता को गौरवान्वित किया है।