माली सैनी समाज छात्रावास भवन – जालोर, राजस्थान
इस छात्रावास की करीब 6 बीघा जमीन सन् 1987-88 में सरकार ने माली समाज को दी थी। छात्रावास का भूमि पूजन व नींव का मुहूर्त दिनांक 13.10.2002 को दानदाता श्रीमती लहरीदेवी पत्नी श्री भगवानराम गहलोत जालोर ने की। इसके बाद छात्रावास के दाधिकारी श्री सम्मेलाराम गहलोत श्री सांवलाराम सांखला, श्री सादुलराराम सोलंकी, श्री मोहन सोलंकी, श्री जूठाराम सोलंकी, श्री माधाराम सोलंकी, आदि एवं अन्य दानदाताओं, कार्यकर्ताओं ने रात-दिन बड़ी लगन से कड़ी मेहनत कर छात्रावसा का निर्माण करावा 27.06.2003 को माली सैनी समाज छात्रावास भवन जालोर का उद्घाटन दानादाता श्री सोनाराम मोतीजी सोलंकी एवं उनके पुत्र श्री मगनाराम श्री रूगनाथ, श्री मोहनलाल श्री दानाराम सोलंकी, निवासी जलोर के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्क्षता श्री रघुनाथ परहिार अध्यक्ष राजस्थान प्रदेश माली सैनी महासभा ने की। विशिष्ठ अतिथि श्री सुनील परिहार, अध्यक्ष माली संस्थान, जोधपुर, श्री मोहन भाई रामी, श्री हिम्मताजी गहलोत, अहमदाबाद, श्री गुमानमल परमार, अध्यक्ष नगर पालिका, भनमाल, श्री अचलसिंह भाटी, श्री ऊँकारराम कच्छवाहा, श्री कन्हैयालाल गहलोत, श्री मोतीलाल सांखला, ठे. श्री केसूसिंह गहलोत, जोधपुर श्री रघुभाई देवड़ा, श्री लच्छीराम परमार श्री उम्मेदमल परिहार, श्री मोडाराम सांखला, श्री पुरूषोतम सोलंकी एडवोकेट, श्री करनाराम पंवार आदि थे।
छात्रावास में कुल 32 कमरे हैं एक कमरा की लागत करीब 45 हजार रूपये व 5 कमरे जो 61 हजार रूपये लाग के तथा एक भोजनशाला, एक प्याऊ, एक कुंआ तथा चारदिवारी का कार्य पूर्ण हो चुका है। उद्द्याटन के समय करीब 20 कमरों तथा एक हाल बानने की दानदाताओं ने घोषणा की तथा 2 लाख रूपये रोकड़ प्राप्त हुए। श्री छोगजी, बनजी सोलंकी, सवना, जलोर ने 2 लाख रूपये प्याऊ के लिए देने की घोषणा की। श्रीमती मेहताब देवी एवं उनके पुत्रों ने कुएं का निर्माण करवाया। 1 हाल तथा 14 दुकानों का और निर्माण करवाया गया है।